चिचोली मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी का कारनामा -
7.5 HP की मोटर- बिल थमाया 13 एचपी का
बिना स्ट्रीट लाइट के भी थोपा जा रहा है बिजली बिल
चिचोली मीडिया :- अंधा पीसे और कुत्ता खाए की तर्ज पर चल रही विद्युत कंपनी में इन दिनों सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। यहां पर अधिकारी-कर्मचारी मनमर्जी से किसे कितना बिजली देना है यह बिना पड़ताल के ही तय कर रहे हैं। ऐसा ही दो मामले इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं।
ऐसे थमाए जा रहे बिल
ग्राम पंचायत चूड़ियां के सरपंच श्रीमती फुलति जगदीश कवड़े एवं उपसरपंच अभिमन्यु यादव ने विद्युत वितरण केंद्र चिचोली के कनिष्ठ अभियंता को दिए आवेदन में कहा है कि ग्राम पंचायत चूड़ियां की नल जल योजना के तहत ट्यूबवेल में लगी मोटर 7.5 हॉर्सपावर की है, किन्तु बिजली विभाग द्वारा 13 एचपी का बिल भेजा जा रहा है, जो कि गलत है। इसी तरह गांव में स्ट्रीट लाइट नहीं है, फिर भी स्ट्रीट लाइट का बिल भेजा जा रहा है।
आज तक नहीं किया निराकरण
आवेदन में कहा गया है कि इस गड़बड़ी को लेकर पिछले वर्ष भी 24 मार्च को एक आवेदन दिया था, जिसका बिजली विभाग द्वारा जांच कर कोई निराकरण नहीं किया है। नल जल योजना का ट्रांसफार्मर महिनों से जला पड़ा रहता है, जिससे नल जल योजना भी बंद हो जाती है और विभाग कोई सुध नहीं लेता। पर हर महिने बिल भेज कर वसूली की जा रही है, जो कि गलत है। इसके अलावा ग्राम पंचायत की अनुमति के बिना भी पंचायत में मीटर लगा दिए गए हैं, जो कि गलत है। बिना अनुमति के लगाए हुए मीटरों का बिल कौन भरेगा? सरपंच एवं उपसरपंच ने बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता से अनुरोध किया है कि आवेदन की जांच कर संशोधन कर उचित बिल भेजें।
बोले अधिकारी करवा लेंगे जांच
इस संबंध में विद्युत वितरण केंद्र चिचोली के एई शिवराज सिंग धुर्वे का कहना है कि पूर्व में विजिलेंस द्वारा मोटर की जांच की गई थी, जिसमें मोटर की क्षमता मापी गई थी, इसके आधार पर बिलिंग की जा रही है। स्ट्रीट लाइट के लिए आवेदन किया है, तभी मीटर लगा है। गांव की स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी होगी तो भी मिनिमम बिल तो देना ही पड़ेगा। फिर भी आवेदन के आधार पर जांच कर जवाब दे दिया जाएगा।
0 टिप्पणियाँ