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जल जीवन मिशन के तहत वन ग्राम मे कार्यों की अनुमति मांगने चिचोली वन कार्यालय पहुंचे आधा सैकड़ा ग्रामीण...

जल जीवन मिशन के तहत वन ग्राम मे कार्यों की अनुमति मांगने चिचोली वन कार्यालय पहुंचे आधा सैकड़ा ग्रामीण

ग्रामीणों ने कहा- बूचखेड़ा में वन विभाग ने अनुमति नहीं दी फिर भी वहां पर कार्य हुआ- हमारे ग्राम मे फिर क्यों रोका जा रहा है कार्य
चिचोली :- पश्चिम वन मंडल के तहत आने वाले चिचोली रेंज की डाढ़ारी सर्कल के डाढ़ारी वन ग्राम के आधा सैकड़ा ग्रामीणो ने गुरुवार चिचोली वन परिक्षेत्र अधिकारी के कार्यालय मे पहुंच कर वन ग्राम डाढारी मे जल जीवन मिशन के तहत किए जाने वाले कार्यों के लिए वन विभाग से विभागीय की अनुमति देने की मांग की! ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने के चलते उनके ग्राम मे जल जीवन मिशन का कार्य आज तक नहीं हो पाया है! दोपहर में लगभग आधा सैकड़ा ग्रामीण चिचोली रेंज के परिसर में पहुंचे यहां ग्रामीणों ने लगभग 1 घंटे तक एसडीओ चिचोली गौरव मिश्र  का इंतजार किया ! लेकिन एसडीओ के नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों ने चिचोली रेंजर शैलेंद्र चौरसिया को डीएफओ पश्चिम वरुण यादव के नाम ज्ञापन सौप कर वन ग्राम मे जल जीवन मिशन के तहत ठेकेदार के द्वारा किए जाने वाले कार्य की अनुमति की मांग की है!

दिसंबर माह में बूचखेड़ा वन ग्राम मे गुजरात के ठेकेदार ने बिना विभागीय अनुमति के वन ग्राम में किया काम :- 

डाढ़ारी ग्राम के पंच राम सिंग इवने ने बताया कि, चिचोली वन परीक्षेत्र के तहत आने वाले डाढ़ारी सर्किल के वन ग्राम बूचाखेड़ा मे गुजरात के ठेकेदार ने जल जीवन मिशन के तहत बिना वन विभाग से विभागीय अनुमति लिए बगैर कार्य किया और आधा अधूरा कार्य कर डाला! लेकिन उनके ग्राम डाढ़ारी वन ग्राम मे वन विभाग ठेकेदार को कार्य नहीं करने दिया जा रहा है। जिसके चलते उन्हें  जल जीवन मिशन का कार्य पूर्ण नहीं होने के चलते गर्मी के दिनों में जल संकट का सामना करना पड़ सकता हैi इस मामले में रेंजर शैलेंद्र चौरसिया द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि, एक-दो दिन के उपरांत ठेकेदार को कार्य करने की अनुमति दी जाएगी!

बिना अनुमति के वन ग्राम में जल जीवन मिशन के ठेकेदार ने किया कार्य- वन विभाग की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान :- 

गौर,तलब है कि जहां एक ओ चिचोली रेंज के ङाढ़ारी ग्राम के ग्रामीण जल जीवन मिशन के कार्य को करवाने के लिए वन विभाग के कार्यलय में पहुंचकर विभागीय अनुमति के लिए इंतजार करते नजर आए! वही इस मामले में चिचोली रेंज के ही वन ग्राम- बूचखेड़ा में दो माह पूर्व गुजरात के ठेकेदार ने वन विभाग से बिना अनुमति लिए ही जल जीवन मिशन का कार्य प्रारंभ कर दिया था! लेकिन ठेकेदार ने बीच में काम करना छोड़ दिया। जिससे यह कार्य पूर्ण नहीं हो पाया! इसके बाद पीएचई द्वारा दोबारा टेंडर जारी करने के बाद अब कुछ नए ठेकेदारों ने जल जीवन मिशन का कार्य प्रारंभ करने के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी हैl लेकिन सवाल यह है कि, चिचोली रेंज के बूचोखेड़ा में दिसंबर माह के दौरान बिना अनुमति के ही ठेकेदार द्वारा वन ग्राम मे जेसीबी भी चलाई और लगभग पूरा एक माह तक  ग्राम में कार्य भी किया । इस दौरान रेंजर अफसर से लगाकर बीट गार्ड तक ने ठेकेदार को कार्य करने से नहीं रोका जो सीधे-सीधे वन विभाग के अधिकारियों वन अमले की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। यह बात ग्रामीणों द्वारा जब चिचोली रेंज के कार्यालय में पहुंचकर रेंजर को बतलाई गई तो रेंज अफसर द्वारा उन्हे 2 दिन का हवाला देकर अनुमति देने की बात कही है।

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